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क्रीडा विश्व

1. BCCI ने ठुकराई Dream11 की 2021 और 2022 की बोली, IPL 2020 का बना टाइटल स्पॉन्सर

 

नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग 2020 के टाइटिल स्पॉन्सर की आधिकारिक घोषणा की। बोर्ड की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई कि IPL 2020 के लिए Dream11 को टाइटिल स्पॉन्सर बनाने का फैसला लिया गया है। चीन की मोबाइल कंपनी वीवो को चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बाद विरोध की वजह से इस साल हटाने का फैसला लिया गया था।

फैंटसी गेमिंग से जुड़ी कंपनी ड्रीम11 को यूएई में इस साल खेले जाने वाले इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें एडिशन के लिए टाइटल प्रायोजक बनाया गया है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सिर्फ इस सीजन के लिए ही ड्रीम इलेवन को प्रायोजक बनाया है। तीन साल की उसकी बोली को स्वीकार नहीं की गई।


ड्रीम इलेवन ने साल 2021 और 2022 के लिए कम बोली लगाई थी जिसकी वजह से बीसीसीआई ने इसको नामंजूर कर दिया। ड्रीम11 ने बाइजू और अनएकडेमी को पछाड़ते हुए 222 करोड़ रुपये में यह डील पक्की की है। बीसीसीआई के साथ कंपनी का करार चार महीने 13 दिन का होगा। चीनी मोबाइल फोन कंपनी वीवो की जगह ड्रीम इलेवन को यह करार दिया गया है।

बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आइपीएल गवर्निग काउंसिल ने ड्रीम 11 को आइपीएल के 2020 सत्र के लिए मुख्य प्रायोजक बनाया है। वीवो के नहीं आने की स्थिति में मुंबई की कंपनी ड्रीम 11 अगले दो वर्षो के लिए भी प्रत्येक वर्ष 240 करोड़ रुपये की पेशकश कर रही थी, लेकिन हम क्यों उन्हें 240 करोड़ रुपये में करार दे, जबकि कोविड--19 की परिस्थिति अगले दो वर्षो में सुधर सकती है। 

हमारे पास अभी भी वीवो की डील है। हमने इसे खत्म नहीं किया, बल्कि रोका है। ऐसे में साफ है कि अगर वीवो अगले दो वषर्ष वापस नहीं आती है तो बीसीसीआइ दोबारा से मुख्य प्रायोजक के लिए ताजा प्रक्रिया शुरू करेगी, लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग 400 करोड़ रपये से कम में तैयार नहीं होगी।

आईपीएल के चेयरमैन बृजेश पटेल ने कहा, हम आईपीएल 2020 के लिए ड्रीम इलेवन का टाइटिल स्पॉन्सर के तौर पर स्वागत करते हैं। ड्रीम इलेवन ने ऑफिशियल पार्टनर से टाइटिल स्पॉन्सर के तौर पर अपने रिश्ते को और मजबूत किया है। ड्रीम इलेवन एक फैंटसी स्पोर्ट्स ब्रॉन्ड है जिसकी आईपीएल फैन के साथ साझेदारी बढ़ती जा रही है। हम ड्रीम इलेवन के साथ बेहतर चीजों की उम्मीद कर रहे हैं।





2.MS Dhoni नहीं चाहेंगे फिर होगी उनकी विदाई, अधिकारी ने कहा BCCI कर रहा है प्लानिंग


नई दिल्ली, आईएएनएस। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अचानक से इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा कर दी। इस फैसले के बाद से ही उनके फैस और पूर्व दिग्गज भी विदाई मैच कराने की मांग कर रहे हैं। अब भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि धौनी के विदाई मैच के बारे में विचार किया जा रहा है।

एक अधिकारी ने बताया, "इस वक्त तो कोई भी इंटरनेशनल सीरीज नहीं होने वाली है, तो शायद आईपीएल के बाद हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है क्योंकि धौनी ने देश के लिए काफी कुछ किया है और वह सभी सम्मान पाने का अधिकार रखते हैं। हम हमेशा से ही यह चाहते थे कि उनके लिए एक विदाई मैच हो लेकिन धौनी एकदम से अलग खिलाड़ी है। उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा कर दी जब कोई इसके बारे में सोच भी नहीं रहा था।"

धौनी ने पिछले शनिवार 15 अगस्त को दिन अपने 16 साल लंबे इंटरनेशनल करियर से संन्यास की घोषणा की थी। सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा था कि शाम 17.29 बजे से मुझे रिटायर समझा जाए। 

MS Dhoni announces retirement from international cricket – Punekar ...



क्या धौनी से इस बारे में कोई बात हुई है यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ना, लेकिन हम आईपीएल के दौरान उनसे पक्का बात करेंगे। सीरीज या मैच कराने के बारे में उनके विचार जानने के लिए वह जगह बिल्कुल सही रहेगी। उनको लिए एक पूरा भव्य सम्मान समारोह आयोजित होगा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता वो राजी होते हैं या नहीं। उनका सम्मान करना हमारे लिए गर्व की बात होगी।

"पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल ने भी आईएएनएस से बात करते हुए कहा था, मुझे वाकई में काफी खुशी होगी। वह एक महान खिलाड़ी हैं और आप उनको ऐसे ही जाने नही दे सकते। उनके फैंस अपने स्टार को दोबारा खेलते देखना चाहेंगे।"



एक और महान क्रिकेटर के नाम हुआ वानखेड़े स्टेडियम का स्टैंड, भावुक हुए मुंबई के पूर्व कप्तान


मुंबई, मिड-डे। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और मुंबई की टीम के कप्तान रहे दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सम्मान के तौर पर एक स्टैंड मिला है। वानखेड़े स्टेडियम में अब वेंगसरकर के नाम पर भी एक स्टैंड होगा। इस स्टेडियम में पहले से ही सुनील गावस्कर, विजय मर्चेंट और सचिन तेंदुलकर के नाम से पवेलियन बने हुए हैं। इस सम्मान को पाकर वेंगसरकार ने कहा है कि उनको गर्व महसूस हो रहा है।

मंगलवार को हुई मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन यानी एमसीए की एपेक्स काउंसिल की मीटिंग में इस पर फैसला किया गया है कि आइकॉनिक स्टेडियम वानखेड़े का नोर्थ स्टैंड दिलीप वेंगसरकर के नाम पर होगा। इस पर वेंगसरकर ने कहा है, "यह एक बहुत ही भावनात्मक पल और एक महान सम्मान है। वानखेड़े स्टेडियम मेरा घरेलू मैदान रहा है और एमसीए मेरा घरेलू संघ है, इसलिए यह इसे विशेष बनाता है। मैं एपेक्स काउंसिल को धन्यवाद देना चाहता हूं। मेरे एमसीए प्रशासक होने पर मेरे समर्थन के लिए मेरे भारत और मुंबई के सहयोगियों और सभी एमसीए संबद्ध क्लबों के प्रतिनिधियों को भी धन्यवाद।"

Publish Date:Thu, 20 Aug 2020 09:07 AM (IST)
एक और महान क्रिकेटर के नाम हुआ वानखेड़े स्टेडियम का स्टैंड, भावुक हुए मुंबई के पूर्व कप्तान
भारतीय टीम के एक और महान क्रिकेटर को वानखेड़े स्टेडियम में स्टैंड मिला है। इस स्टेडियम में सुनील गावस्कर विजय मर्चेंट और सचिन तेंदुलकर के नाम पहले से ही स्टैंड हैं।

मुंबई, मिड-डे। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और मुंबई की टीम के कप्तान रहे दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सम्मान के तौर पर एक स्टैंड मिला है। वानखेड़े स्टेडियम में अब वेंगसरकर के नाम पर भी एक स्टैंड होगा। इस स्टेडियम में पहले से ही सुनील गावस्कर, विजय मर्चेंट और सचिन तेंदुलकर के नाम से पवेलियन बने हुए हैं। इस सम्मान को पाकर वेंगसरकार ने कहा है कि उनको गर्व महसूस हो रहा है।

मंगलवार को हुई मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन यानी एमसीए की एपेक्स काउंसिल की मीटिंग में इस पर फैसला किया गया है कि आइकॉनिक स्टेडियम वानखेड़े का नोर्थ स्टैंड दिलीप वेंगसरकर के नाम पर होगा। इस पर वेंगसरकर ने कहा है, "यह एक बहुत ही भावनात्मक पल और एक महान सम्मान है। वानखेड़े स्टेडियम मेरा घरेलू मैदान रहा है और एमसीए मेरा घरेलू संघ है, इसलिए यह इसे विशेष बनाता है। मैं एपेक्स काउंसिल को धन्यवाद देना चाहता हूं। मेरे एमसीए प्रशासक होने पर मेरे समर्थन के लिए मेरे भारत और मुंबई के सहयोगियों और सभी एमसीए संबद्ध क्लबों के प्रतिनिधियों को भी धन्यवाद।

Dilip Vengsarkar say Very Emotional Feeling And A Great Honour On ...

उन्होंने कहा है, "मैंने अपना पहला मैच वानखेड़े स्टेडियम में उस समय खेला था, जब यह 1974 में बनाया गया था। यह सीके नायडू ट्रॉफी का मैच था और मैंने इसमें शतक बनाया था। मैंने यहां कुछ inter-collegiate मैच भी खेले हैं। मध्य प्रदेश के खिलाफ (1991-92 में) मेरा उच्चतम रणजी ट्रॉफी स्कोर 284 भी वानखेड़े में आया था। वानखेड़े में वेस्ट इंडीज (1983) और ऑस्ट्रेलिया (1986) के खिलाफ टेस्ट शतक भी मेरे दिल के करीब हैं। इसलिए, वानखेड़े स्टेडियम के एक स्टैंड पर मेरा नाम देखना बहुत भावुक करने वाला है।"

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